अस्सलामु अलैकुम क्या आप Wazu Karne ka Tarika in Hindi में जानना चाहते है तो आप इस ब्लॉग को last तक जरुर पढ़े।
नमाज़ के लिये वज़ू का होना शर्त है बगैर वज़ू के नमाज़ नहीं होती। वज़ू के लिये पानी का पाक होना ज़रूरी है तभी वज़ू होगा वार्ना Wazu नहीं होगा। वज़ू का हुक्म क़ुरआन मजीद में है और ऐसे ही हदीस शरीफ़ में वज़ू का पूरा तरीक़ा बताया गया है। हम आप को वज़ू का तरीक़ा जो सही हदीस में है वो बताएंगे।
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Wazu Ka Hukm Qur’aan Me (वुज़ू का हुक्म)
ए ईमान वालों जब तुम नमाज़ के लिये खड़े हो तो अपने चेहरे और कुहनियों तक हाथ धोलिया करो, और अपने सरों का मसह करो, और दोनों पाऊँ टखनों तक धोया करो, और अगर तुम जनाबत की हालत में हो तो फिर तहारत करो।
(अल्माइदह 6)
Wazu Ka Hukm Hadees Me
हज़रत उस्मान रज़ियल्लाहु अन्हु ने वुज़ू का पानी मंगवाया और अपने हाथ तीन बार धोए फिर कुल्ली की और नाक में पानी डाला, और फिर अपना चेहरा तीन बार धोया, फिर अपना दया हाथ कुहनी तक तीन बार धोया, और फिर बायां हाथ भी इसी तरह, फिर सर का मसह किया और फिर अपना दायां पाँव टखने तक तीन बार धोया, फिर बायां भी इसी तरह धोया, और फरमाने लगे मेने नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को इसी तरह वुज़ू करते हुए देखा।
मिस्वाक के बारे में
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया अगर मुझे मेरी उम्मत के लोगों की मुसीबत का डर न होता तो में उन्हें हर नमाज़ के साथ मिस्वाक का हुक्म देता।
(बुखारी 887, मुस्लिम 252)
Wazu Karne ka Tarika in Hindi
1) इंसान वज़ू से पहले तहारत करने और नापाकी दूर करने की निय्यत करे, निय्यत ज़ुबान से अदा नहीं होगी कियुँकि निय्यत की जगा दिल है, निय्यत दिल से होती है।
2) वज़ू से पहले बिस्मिल्लाह पढ़े।
Hadees: जो शख़्स वुज़ू (के शुरू) में अल्लाह का नाम न ले उसका वुज़ू नहीं है।
(इब्ने मजा 397)
3) तीन बार कुल्ली करे (कुल्ली मतलब ये है के मुंह में पानी डाल कर घुमाए)
4) तीन बार नाक में पानी डाल कर बाएं हाथ से नाक साफ़ करे।
5) फिर तीन बार चेहरा धोए
लम्बाई में चेहरा जहाँ से सर के बाल शुरू होते है वहां से लेकर ठोड़ी के निचे तक और चौड़ाई में दाएं कान से बाएं कान तक धोए।
6) अपने दोनों हाथ कुहनियों तक तीन बार धोए
7) फिर सर और कानों का एक बार मसह करे
अपने दोनों हाथो से मसह करे सर की पेशानी से शुरू कर के गर्दन के पिछले हिस्से तक ले जाए फिर वापस पेशानी तक हाथ लाए।
फिर अपने कानों के अंदर का एक बार मसह करे
8) अपने दोनों पांव टखनों तक तीन बार धोए पहले दायां फिर बायां पॉंव।
वज़ू की शर्तें (Wazu Ki Sharten)
उप्पर आपने Wazu Karne ka Tarika के बारे में जाना तो चलिए अब जानते है की वजू की सर्ते क्या है.
जो शख़्स वज़ू कर रहा है वो इस्लाम को मानने वाला हो
अक़ल का होना ज़रूरी है पागल और मजनून का वज़ू सही नहीं
वज़ू के लिए तमीज़ का होना ज़रूरी है छोटे बच्चे और जो तमीज़ न कर सकें उसका वज़ू सही नहीं
वज़ू करने के लिये पानी पाक होना चाहिए अगर पानी पाक न होतो वज़ू नहीं होगा
अगर जिल्द (चमड़ी) पर कोई चीज़ लगी हो जिस से पानी निचे न पहुंचे तो वज़ू नहीं होगा, जैसे औरतो की नील पालिश वगैरह
मर्द और औरत के वज़ू का तरीका एक जैसा है
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वज़ू के फ़राइज़ व अरकान
- 1. चेहरा धोना, मुँह और नाक भी इस में शामिल है
- 2. कुन्हियों तक हाथ धोना
- 3. सर का मसह करना
- 4. टखनों तक पांव धोना
- 5. वज़ू के अंगों को धोते हुए तरतीब बनाए रखना
- 6. वज़ू के भागों को धोते हुए बीच में ज़ियादा देरी न करना
वज़ू की सुन्नतें
- वज़ू से पहले मिस्वाक करें ताके मुंह साफ़ होजाए और ये सुन्नत तरीका है
- वज़ू के शुरू में चेहरा धोने से पहले दोनों हथेलियों को तीन बार धोना कियुंकि ये हदीस में आया है
- चेहरा धोने से पहले कुल्ली करें और नाक में पानी डाल कर अच्छी तरह साफ़ करें, अगर रोज़ह न होतो नाक में पानी अंदर डालना चाहिये
- कुल्ली करते वक़्त पुरे मुंह में अच्छी तरह पानी घुमाए
- घनी दाढ़ी में पानी से खिलाल करें यहां तक के पानी अंदर तक पहुंच जाए और फिर हाथो और पांवों की उंगलियों का भी खिलाल करें
- वज़ू करते वक़्त बाएं हाथ पांव से पहले दाएं हाथ पांव धोए
वज़ू की फ़ज़ीलत (Wazu Ki Fazilat)
वज़ू की बहुत फ़ज़ीलत है वज़ू नमाज़ से पहले करना ज़रूरी है बगैर वज़ू के नमाज़ नहीं होगी। हर नमाज़ के लिये वज़ू शर्त है चाहे वो फ़र्ज़ नमाज़ हो या फिर नफ़्ली नमाज़। अहादीस में वज़ू की फ़ज़ीलत बताई गई है जो हम आप लोगों से निचे बयान कररहे है।
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Wazu Ki Fazilat ki Pehla Hadees
अबू हुरैरह रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत है के नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया:
जब कोई मोमिन वज़ू करता है तो जिस वक़्त चेहरा धोता है तो जैसे ही चेहरा से पानी गिरता है, या पानी का आखरी क़तरा गिरता है तो उस के वो गुनाह झड़ जाते हैं जो उस ने अपनी आँखों से किये थे।
जब वह हाथ धोता हैं तो जैसे ही हाथों से पानी के क़तरे गिरते हैं या पानी का आखरी क़तरा गिरता हैं तो उसके वो गुनाह झड़ जाते हैं जो उस ने हाथों से किये थे
और जब वह अपने पांव को धोता हैं तो जैसे ही उस के पांव से पानी गिरता हैं या पानी का आखरी क़तरा गिरता हैं तो उस के वो सभी गुनाह झड़ जाते हैं जो उस ने अपने पांव से किये थे यहां तक के वह गुनाह से पाक होजाता हैं।
(सहीह मुस्लिम 244)
Wazu Ki Fazilat ki Dusra Hadees
अबू हुरैरह रज़ियल्लाहु अन्हु बयान करते है के आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया:
क़यामत के दिन तुम इस हाल में उठोगे कि तुम्हारा चेहरा और हाथ पांव वज़ू करने कि वजा से सफ़ैद और और चमक रहे होंगे, लिहाज़ा जो शख़्स तुम में से ताक़त रख़ता हो वह अपने हाथों और पांवों और चेहरे कि सफ़ैदी ज़ियादा करें।
(सहीह मुस्लिम 246)
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Conclusion: आखरी बात
ऊपर हमने आप लोगों को Wazu Karne ka Tarika in Hindi में बताया हैं। आप सब वज़ू सुन्नत के मुताबिक करें कियुंकि अल्लाह के नज़दीक वो ही अमल क़बूल होगा जो क़ुरआन व हदीस से साबित हैं वरना उस अमल कि दीन में कोई वैलु नहीं जो शरीअत में नहीं हैं।
वज़ू कि फ़ज़ीलत भी हमने आप लोगों को बताया हैं जो सही हदीस में हैं आप सब इसे आगे शेयर करें ताके जिनको Wazu Karne ka Tarika या वज़ू कि फ़ज़ीलत के बारे में बराबर मालूमात नहीं हैं वो भी इसे जान सके। दीन कि बात को दूसरों तक पहुंचाना सवाब का काम हैं।
आखिर में अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त से दुआ हैं के जो हमने Wazu Karne ka Tarika सीखा हमें इस पर आमल करने कि तौफ़ीक़ अता फरमाए आमीन।